महाराष्ट्र में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने बेशक साथ मिलकर चुनाव लड़ा लेकिन चुनाव के बाद उसने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। वह राज्य में सत्ता के आधे बंटवारे के साथ ही ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग कर रही है। जिसे लेकर उसके और भाजपा के बीच खींचतान जारी है। इस बीच केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और भाजपा उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना मुंबई में भाजपा विधायक दल की होने वाली बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए। ये बैठक बुधवार को होनी है। जानिए अब तक का अपडेट-
महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा, देवेंद्र जी ने आज कहा कि ढाई-ढाई साल के लिए सीएम पद का प्रस्ताव लोकसभा चुनाव के दौरान आया था। उन्होंने ये भी कहा कि इस प्रस्ताव पर क्या हुआ कोई नहीं जानता, सिर्फ अमित शाह जानते हैं। अमित जी और उद्धव जी एक दूसरे से मुलाकात कर मामला सुलझाएंगे।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि आज शाम चार बजे भाजपा-शिवसेना की बैठक तय हुई थी। लेकिन जब सीएम ही खुद कह रहे हैं 50-50 फॉर्मूले पर चर्चा ही नहीं हुई थी तो ऐसी बातचीत का क्या नतीजा निकलेगा। किस आधार पर हम उनसे बातचीत करेंगे। इसलिए उद्धव जी ने आज की बैठक ही रद्द कर दी।
इस बैठक में भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और पार्टी नेता भूपेंद्र यादव शामिल होने वाले थे। वहीं शिवसेना की तरफ से सुभाष देसाई और संजय राउत को बैठक में शामिल होना था।